मंगल पूजन

मंगल पूजा: महत्व, प्रक्रिया, और उज्जैन में इसके आयोजन की विशेषता

मंगल पूजा का महत्व

मंगल ग्रह को ज्योतिष में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इसे ‘भूमिपुत्र’ और ‘मंगलदेव’ के नाम से भी जाना जाता है। मंगल को शक्ति, साहस, ऊर्जा, और भूमि से संबंधित मामलों का कारक ग्रह माना जाता है। यह ग्रह व्यक्ति की जन्म कुंडली में उसकी शारीरिक शक्ति, आत्मविश्वास, और नेतृत्व क्षमता को प्रभावित करता है। मंगल ग्रह की दशा या दृष्टि प्रतिकूल होने पर व्यक्ति को क्रोध, दुर्घटनाओं, विवादों, और वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में मंगल पूजा करने से इन प्रतिकूल प्रभावों को शांत किया जा सकता है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता लाई जा सकती है।

मंगल पूजा की प्रक्रिया

मंगल पूजा का आरंभ गणेश वंदना और मंगल ग्रह के बीज मंत्रों के उच्चारण से होता है। इस पूजा में विशेष रूप से हवन, मंगल ग्रह के लिए विशेष दान, और पूजा सामग्री का उपयोग किया जाता है। पूजा के दौरान मंगल देवता के निमित्त विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है, जैसे कि “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः”।

मंगल पूजा में हवन भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जिसमें “सहस्रनाम” और “श्री मंगल सहस्रनाम स्तोत्र” का पाठ किया जाता है। पूजा के समापन पर ब्राह्मणों को भोजन और दक्षिणा दी जाती है, जिसे मंगल दोष को शांत करने के लिए अत्यधिक प्रभावी माना जाता है।

उज्जैन में मंगल पूजा का आयोजन

उज्जैन, जो कि कालिदास के समय से ही धार्मिक और ज्योतिषीय केंद्र रहा है, मंगल पूजा के लिए एक आदर्श स्थान माना जाता है। उज्जैन के अंगारेश्वर एवं मंगलनाथ मंदिर को विशेष रूप से मंगल देवता की पूजा के लिए प्रसिद्ध माना जाता है। यह मंदिर विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो मंगल दोष, जैसे मांगलिक दोष, से पीड़ित हैं।

पूजा कराने के लाभ

मंगल पूजा के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में मंगल ग्रह से जुड़े सभी अशुभ प्रभावों को न्यूनतम कर सकता है। विशेष रूप से मांगलिक दोष से पीड़ित व्यक्तियों के लिए यह पूजा अत्यधिक लाभकारी है। इसके अलावा, मंगल पूजा करने से व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य, आत्मविश्वास, और वैवाहिक जीवन में सुधार आता है।

समापन

मंगल पूजा एक अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है, जिसे विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए किया जाता है जो मंगल ग्रह के प्रतिकूल प्रभावों से पीड़ित होते हैं। उज्जैन के अंगारेश्वर एवं मंगलनाथ मंदिर में इस पूजा का आयोजन करना अत्यधिक प्रभावी और फलदायी माना जाता है। यदि आप भी अपने जीवन में मंगल ग्रह से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो उज्जैन में मंगल पूजा कराना आपके लिए अत्यंत लाभकारी हो सकता है

Post navigation